तहव्वुर राणा का जीवन परिचय और इतिहास | Tahawwur Rana Biography In Hindi
तहव्वुर राणा का जन्म 12 जनवरी 1961 को पाकिस्तान में हुआ था अभी उसको भारत में…
कप्तान तहव्वुर हुसैन राणा का जन्म 12 जनवरी 1961 को चिचावतनी, साहीवाल, पाकिस्तान में हुआ था वह पाकिस्तानी आर्मी का एक पूर्व सैन्य चिकित्सक होते हुए पकिस्तान आर्मी की सेवा कर चुका हैं कनाडा की नागरिकता प्राप्त करने के बाद एक अप्रवासन सेवा व्यवसायी बनकर अपने पत्नी के साथ कनाडा चला गया था। तहव्वुर राणा का इतिहास नीचे देखने को मिलेगा। सवाल यह उठता है की कैसे वहा से भारत में आतंकी हमला में शामिल या आतंकी का साथ दिया था और भारत सरकार ने क्या कहा। ये सब इस लेख में जानेंगे।
तहव्वुर राणा का जीवन परिचय Tahawwur Biography In Hindi
तहव्वुर हुसैन राणा का जन्म 12 जनवरी 1961 को पकिस्तान के चिचावतनी, साहीवाल मे हुआ था चिचावतनी, साहीवाल जगह पाकिस्तान के पंजाब में है वही पे राणा का पालन पोषण हुआ था अपनी शिक्षा कैडेट कॉलेज हसन अब्दल से प्राप्त किया जो की एक सैन्य स्कूल था उसके बाद वह एमबीबीएस पुरा किया और पेशे से एक चिकित्सक और पाकिस्तान आर्मी मेडिकल कोर में एक कप्तान जनरल ड्यूटी प्रैक्टिशनर के रूप में कार्य किया हुआ है।
1997 में वह और उनकी पत्नी दोनों कनाडा आ गए थे और उनको 2001 में कैनेडियन नागरिकता प्राप्त हो गई लेकिन मुख्य रूप से वह दोनो शिकागो में रहते थे शिकागो, न्यूयॉर्क और टोरंटो में उनके एक आव्रजन सेवा एजेंसी, फर्स्ट वर्ल्ड इमिग्रेशन सर्विसेज सहित कई व्यवसायों के मालिक भी है ओटावा में उनका एक और घर है जिसमे उनके पिता और भाई रहते है।
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तहव्वुर राणा उम्र Tahawwur Rana Age
तहव्वुर राणा का जन्म पकिस्तान के चिचावतनी, साहीवाल, पंजाब में 12 जनवरी 1961 को हुआ था अभी 2023 तक उम्र 62 साल रहेगा।
तहव्वुर राणा भौतिक शरीर Tahawwur Rana Physical Stats
तहव्वुर राणा परिवार और रिश्ते Tahawwur Rana Family and Relationships
तहव्वुर राणा पत्नी Tahawwur Rana Wife
तहव्वुर राणा के पत्नी का नाम - लेकिन पत्नी पेशे से एक चिकित्सक है दोनो 1997 में कनाडा चले गए और 2001 के कैनेडियन नागरिकता प्राप्त करके वही रहने लगे।
तहव्वुर राणा का भाई Tahawwur Rana Brother
तहव्वुर राणा के भाई का नाम अब्बास राणा है वह पेशे से एक द हिल टाइम्स के पत्रकार हैं और सात साल से राजनीति और कनाडा की संसद पर रिपोर्टिंग कर रहे थे उनका कहना था की उसका भाई निर्दोष है और उसका आतंकवाद से कोई संबंध नहीं है; "मेरी जानकारी के अनुसार, ये आरोप झूठे हैं। मैं अपने भाई को जानता हूं। मैं अपने भाई से प्यार करता हूं। वह एक ईमानदार व्यक्ति है, वह ईमानदार है, और वह एक मेहनती व्यक्ति है।" तहव्वुर राणा के दो और भाई है कुल तहव्वुर राणा मिलाकर चार भाई है। उनके दो भाई पाकिस्तान में सेना में कमीशन अधिकारी है।
और पढ़ें -तहव्वुर राणा के पिता Tahawwur Rana Father
उसके पिता का नाम राणा वली मुहम्मद है पेशे से एक व्यापारी है। तहव्वुर के पिता की तबियत खराब होने के कारण, तहव्वुर की गिरफ्तारी की कहानी उसके पिता से छुपाई गई थी उसके पिता सिर्फ अखबार पढ़ते थे लेकिन धीरे धीरे पता चला तो वे अस्पताल में भर्ती हो गए।
तहव्वुर राणा (बाएं) और डेविड हेडली (दाएं) की कैडेट कॉलेज हसनाब्दाल में ली गई एक तस्वीर |
तहव्वुर राणा और डेविड हेडली Tahawwur Rana And David Headley
आपको बताया था की तहव्वुर राणा अपनी शिक्षा कैडेट कॉलेज हसन अब्दल से की है जो की एक सैन्य स्कूल है वही पे राणा को डेविड हेडली से मिले थे और उनकी मित्रता हुए us समय डेविड हेडली दाउद गिलानी के नाम से जाना जाता था।
राणा और उसके परिवार का कहना है की डेविड हेडली ने उसे धोखा दिया और फंसाया है।
कैडेट कॉलेज हसन अब्दाल में पढ़ते हुए तहव्वुर राणा |
तहव्वुर राणा इतिहास Tahawwur Rana History
18 अक्टूबर 2009 को राणा और हेडली पर डेनिश समाचार पत्र जाइलैंड्स-पोस्टेन पर हमले की साजिश रचने का दोषी ठहराया गया था 2011 में लश्कर-ए-तैयबा को सहयोग करने के लिए और जाइलैंड्स-पोस्टेन पर हमला करने के लिए गिरफ्तार किया गया था पूछताछ से मालूम चला की वह मुम्बई आया था और ताजमहल पैलेस एंड टॉवर में रुका भी था ये वह स्थान में से एक है जहा चार दिनों तक नवंबर 2008 में आतंकवादियों हमला हुआ था। लेकिन उसका कहना है कि वह अपने व्यवसाय के लिए भारत आया था।
9 जून 2011 को एक ज्यूरी ने उन्हें लश्कर-ए-तैयबा को सहायता करके आतंकवाद का समर्थन करने और समाचार पत्र जाइलैंड्स-पोस्टेन पर बम गिराने की साजिश रचने का दोषी ठहराया और 30 साल तक शिकागो के जेल का सामना करना पड़ा। लेकिन मुम्बई हमलों में शामिल होने के आरोप से बरी कर दिया गया था भारत सरकार ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी राणा पर आरोप लगाएगी। 17 जनवरी, 2013 में राणा को 14 साल की कैद सजा सुनाई गई थी।
2023 में एक अमेरिकी अदालत ने भारत में उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है जहां उसे 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में शामिल होने के लिए भारत सरकार ने मांगा था।
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26 नवंबर 2008 को, दस पाकिस्तानी आतंकवादी ने भारत के मुम्बई में हमला किया जिसमें छह अमेरिकी नागरिक और 160 से अधिक भारतीय नागरिकों की मौत हो गई।