बाबूजी जगजीवन राम का जीवन परिचय एवम योगदान | Jagjivan Ram Biography in Hindi
जगजीवन राम का जीवन परिचय
जगजीवन राम यानी बाबूजी। जगजीवन राम का जन्म 5 अप्रैल 1908 को चंदवा, भोजपुर , बिहार, ब्रिटिश भारत में हुआ था। वे एक बिहार के भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्ता और राजनीतिज्ञ भी थे। 1935 मे उनकी शादी इन्द्राणी देवी से हुई थी जिनसे इनके दो बच्चे हैं एक का नाम सुरेश कुमार और दुसरे का नाम मीरा कुमार हैं।
जगजीवन राम के सामाजिक जोगदान
आजादी से पहले अछूतों के लिए समानता नाम का कोई चीज नहीं थी उनको एक अलग भाव से देखा जाता था और उनको समानता का कोई अधिकार नही था 1935 में अछूतों के लिए एक संगधन भी था जिसका नाम ऑल इंडिया डिप्रेस्ड क्लास लीग था उसके नीव में जगजीवन राम का बहुत बड़ा योगदान था। 1937 मे जब वे बिहार विधान सभा के लिए चुने गए तब ग्रामीण श्रमिक आंदोलन का आयोजन भी किया था। हरित क्रांति में उनका बहुत बड़ा योगदान था और उनके आज भी दो कार्यकालों को बहुत याद किया जाता है उसमें से एक है भारतीय कृषि का आधुनिकीकरण और दूसरा है केंद्रीय कृषि मंत्री।
राजनीति मे बाबूजी जगजीवन राम के योगदान
1946 में जब जवाहरलाल नेहरू का अंतरिम सरकार चल रहा था उस समय जगजीवन राम सबसे कम उम्र के मंत्री थे। अगले 30 साल तक वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस INC मे अलग अलग मंत्री के रूप शामिल रहे हैं । लेकिन सबसे अच्छी बात ये है कि जब 1971 का भारत-पाक का युद्ध चल रहा था तब भारत के रक्षा मंत्री बाबूजी जगजीवन राम ही थे किसके कारण आज बांग्लादेश आजाद हैं। लेकिन 1977 में कांग्रेस छोड़ दी और जनता पार्टी गठबंधन में शामिल हो गए, कांग्रेस फॉर डेमोक्रेसी के साथ। 1977 से लेकर 1979 तक उन्होंने भारत के उप प्रधान मंत्री (1977-79) के रूप में काम किया। फिर 1981 में उन्होंने कांग्रेस (जे) का गठन किया । फिर
1981 से 1986 तक वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मे शामिल रहे। श्रम मंत्री के रूप में भारत के पहले कैबिनेट और भारत की संविधान सभा के सदस्य भी बने।
जगजीवन राम के मृत्यु के समय
उनकी मृत्यु 6 जुलाई 1986 को भारत में 78 वर्ष के आयु में हुए थी उनके मृत्यु के समय वे अंतरिम सरकार के अंतिम जीवित मंत्री थे और स्वतंत्र भारत के पहले कैबिनेट के अंतिम जीवित मूल सदस्य भी थे। उनका विभिन्न मंत्रालयों में 30 वर्षों से अधिक का उनका कार्यकाल है जो कि आज भी किसी भी4 भारतीय संघीय मंत्री का सबसे लंबा कार्यकाल है ।